ऊना (सुशील पंडित)। हिमाचल प्रदेश का जिला ऊना पूरे प्रदेश में सर्वाधिक खनन पट्टों वाला क्षेत्र है। गौरतलब है कि इस जिले से ना केवल प्रदेश के अन्य क्षेत्रों को खनन संबंधी सामग्री जैसे रेत और बजरी आदि आवश्यकतानुसार भेजी जाती है, बल्कि प्रदेश के बाहर साथ लगते राज्य पंजाब और चंडीगढ़ तक यहां की खनन सामग्री की आपूर्ति की जाती है। माना जाता है कि यहां की खनन संबंधी सामग्री की क्वालिटी काफी अच्छी होती है और इसी कारण इसकी काफी मांग रहती है। आपको बता दें कि इसी मांग और आपूर्ति के कारण यहां वैध खनन के साथ-साथ अवैध खनन की भी अक्सर शिकायतें सामने आती रही है।
यही कारण है कि ऊना जिले में खनन विभाग और पुलिस विभाग के लिए अवैध खनन अनेकों बार सर दर्द सिद्ध हुआ है। अवैध खनन को रोकना यहां इन दोनों विभागों के लिए हमेशा से ही चुनौतीपूर्ण कार्य रहा है। पुलिस विभाग यूं तो अक्सर अवैध खनन में प्रयुक्त वाहनों पर जुर्माना लगा और मामले दर्ज कर अवैध खनन पर लगाम कसने का प्रयास करता रहा है। लेकिन अब अवैध खनन पर अंकुश लगाने के लिए एक एनफोर्समेंट विंग का गठन किया गया है और पुलिस विभाग को एक स्पेशल ड्रोन मुहैया कराया गया है।
लगभग 7 लाख की कीमत वाला ही यह स्पेशल ड्रोन हाईटेक तकनीक से युक्त है और रात के अंधेरे में भी तस्वीरें खींचने में सक्षम है। यही नहीं इस स्पेशल ड्रोन की रेंज भी काफी दूर तक है, जिसके कारण पुलिस विभाग अब दूर से ही छिपे हुए ठिकानों पर अवैध खनन का पता लगाने में सक्षम हो सकता है। पुलिस विभाग को आशा है कि इस हाईटेक तकनीक के बाद खनन विभाग के साथ मिलकर अवैध खनन को रोकने के लिए पहले से अधिक सार्थक प्रयास किए जा सकते हैं।